अक्टूबर के महीने का अंत होने के साथ ही नवंबर की शुरुआत में कई अहम बदलाव होने जा रहे हैं। हर महीने की पहली तारीख को कुछ नियम बदलते हैं, जिनका सीधा असर आम लोगों की जेब पर पड़ता है। इस बार नवंबर की पहली तारीख से एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत से लेकर, क्रेडिट कार्ड, म्यूचुअल फंड और टेलीकॉम सेक्टर तक कई बदलाव लागू होंगे। आइए जानते हैं ऐसे छह बड़े बदलावों के बारे में, जो आम आदमी की जिंदगी को प्रभावित करेंगे।
1. एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बदलाव
हर महीने की पहली तारीख को पेट्रोलियम कंपनियां एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव करती हैं। 1 नवंबर को भी घरेलू और व्यावसायिक (कॉमर्शियल) गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव की संभावना है। पिछले कुछ महीनों से घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमत स्थिर बनी हुई है, जिससे लोग उम्मीद लगाए बैठे हैं कि इस बार शायद दाम घट सकते हैं। इसके विपरीत, कॉमर्शियल सिलेंडर के दामों में जुलाई के बाद लगातार इजाफा हो रहा है। हाल ही में 1 अक्टूबर को ही दिल्ली में 19 किलोग्राम के कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमत में 48.50 रुपये की बढ़ोतरी हुई थी।
2. एटीएफ और सीएनजी-पीएनजी के रेट में संशोधन
एलपीजी की तरह ही एयर टर्बाइन फ्यूल (ATF) यानी हवाई ईंधन और सीएनजी-पीएनजी की कीमतों में भी हर महीने संशोधन किया जाता है। पिछले कुछ महीनों में एटीएफ की कीमतों में कमी आई है, जिससे इस बार भी दामों में राहत की उम्मीद है। इसी प्रकार सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में भी बदलाव हो सकता है, जिसका सीधा असर यात्रियों और ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री पर पड़ेगा।
3. एसबीआई क्रेडिट कार्ड के नए नियम
देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की सहायक कंपनी एसबीआई कार्ड 1 नवंबर से अपने क्रेडिट कार्ड के नियमों में बदलाव करने जा रही है। नए नियम के तहत, अन-सिक्यॉर्ड एसबीआई क्रेडिट कार्ड पर हर महीने 3.75% फाइनेंस चार्ज लागू होगा। इसके साथ ही अगर कोई उपभोक्ता बिजली, पानी, एलपीजी गैस जैसे यूटिलिटी सर्विसेज पर 50,000 रुपये से अधिक का भुगतान करता है, तो उस पर 1% अतिरिक्त चार्ज देना होगा। ऐसे बदलाव क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं को प्रभावित कर सकते हैं, खासकर उन्हें जो बड़े बिल पेमेंट्स के लिए कार्ड का इस्तेमाल करते हैं।
4. म्यूचुअल फंड के इनसाइडर ट्रेडिंग के नए नियम
सेबी (SEBI) ने म्यूचुअल फंड के इनसाइडर ट्रेडिंग से जुड़े नियमों को सख्त करने की तैयारी कर ली है। नवंबर की पहली तारीख से नए नियम लागू होंगे, जिनके अनुसार एसेट मैनेजमेंट कंपनियों (AMCs) में 15 लाख रुपये से अधिक का ट्रांजैक्शन करने वाले नॉमिनी लोगों और उनके रिश्तेदारों को इसकी जानकारी अनुपालन अधिकारी को देनी होगी। इसका उद्देश्य म्यूचुअल फंड के क्षेत्र में पारदर्शिता बढ़ाना और अंदरूनी जानकारी का दुरुपयोग रोकना है।
5. ट्राई के टेलीकॉम सेक्टर में नए नियम
1 नवंबर से टेलीकॉम सेक्टर में भी बड़े बदलाव होने जा रहे हैं। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को मैसेज ट्रेसिबीलिटी लागू करने का निर्देश दिया है, जिससे स्पैम और फर्जी संदेशों को ब्लॉक करने में मदद मिलेगी। अब टेलीकॉम कंपनियां स्पैम नंबर को ब्लॉक कर सकेंगी और मैसेज डिलीवर होने से पहले उसे स्पैम लिस्ट में डाल सकती हैं। इस कदम से ग्राहकों को अनचाहे और फर्जी संदेशों से निजात मिलने की उम्मीद है।
6. नवंबर में बैंक 13 दिन रहेंगे बंद
नवंबर का महीना त्योहारों और सार्वजनिक छुट्टियों से भरा रहेगा। इसके अलावा कई राज्यों में विधानसभा चुनावों के कारण भी बैंक कुल मिलाकर 13 दिन बंद रहेंगे। इन छुट्टियों में दिवाली, गोवर्धन पूजा, भाई दूज, छठ पूजा जैसे प्रमुख त्योहार शामिल हैं। बैंक ग्राहकों के लिए जरूरी है कि वे पहले से ही अपने बैंकिंग काम निपटा लें, ताकि छुट्टियों के दौरान किसी असुविधा का सामना न करना पड़े। हालांकि, ऑनलाइन बैंकिंग सेवाएं 24×7 उपलब्ध रहेंगी, जिससे ग्राहक अपने डिजिटल ट्रांजैक्शंस बिना रुकावट कर सकते हैं।
बदलावों का कुल प्रभाव
नवंबर की पहली तारीख से लागू होने वाले ये बदलाव देश के लाखों लोगों पर सीधा प्रभाव डाल सकते हैं। एलपीजी, सीएनजी-पीएनजी और एटीएफ की कीमतें घर के बजट से लेकर ट्रांसपोर्ट और हवाई यात्रा को प्रभावित करेंगी। वहीं एसबीआई क्रेडिट कार्ड और म्यूचुअल फंड में आने वाले बदलाव वित्तीय लेनदेन और निवेश पर असर डालेंगे। इसके अलावा टेलीकॉम सेक्टर के नए नियम ग्राहकों के लिए सुरक्षित और स्पैम-फ्री मैसेजिंग अनुभव का वादा करते हैं।
बैंकों की छुट्टियों को ध्यान में रखते हुए, ग्राहकों को चाहिए कि वे अपने बैंकिंग काम समय पर निपटा लें और डिजिटल सेवाओं का लाभ उठाएं। नवंबर के इन बदलावों को समझना और इनके हिसाब से तैयार रहना ही समझदारी होगी, ताकि आपको किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।