सोने और चांदी की कीमतों में शुक्रवार को तेज़ी देखी गई। घरेलू और वैश्विक बाजारों में इन कीमती धातुओं की कीमतें हरे निशान पर ट्रेड कर रही हैं। इस बढ़ोतरी का असर न केवल निवेशकों बल्कि आम उपभोक्ताओं पर भी पड़ा है, जिनकी नजर सोने-चांदी के दामों पर बनी रहती है। इस लेख में हम शुक्रवार के बाजार के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे, जिसमें सोने और चांदी की कीमतों में आई बढ़ोतरी और उनके वैश्विक ट्रेंड्स पर गौर करेंगे।
घरेलू सोने की कीमतों में तेजी
शुक्रवार को घरेलू स्तर पर सोने की कीमतों में स्पष्ट तेजी देखने को मिली। एमसीएक्स एक्सचेंज पर 5 दिसंबर 2024 की डिलीवरी वाले सोने की कीमत 0.44 फीसदी बढ़कर 77,030 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई। इस दौरान सोने में 337 रुपये की बढ़ोतरी हुई, जिससे यह एक मजबूत ट्रेडिंग मोमेंटम दिखाता है। इसी तरह, 5 फरवरी 2025 की डिलीवरी वाला सोना 0.42 फीसदी बढ़कर 77,822 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा था, जिसमें 328 रुपये का इज़ाफा हुआ।
इससे पहले, गुरुवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 1,400 रुपये बढ़कर 79,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई थी। वहीं, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 78,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर बनी हुई थी। इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण वैश्विक सोने की कीमतों में उछाल था, जो घरेलू बाजार में भी महसूस हुआ।
घरेलू चांदी की कीमतें
चांदी की कीमतों में भी शुक्रवार को मामूली बढ़ोतरी देखी गई। एमसीएक्स एक्सचेंज पर 5 दिसंबर 2024 की डिलीवरी वाली चांदी 0.07 फीसदी बढ़कर 89,990 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेड कर रही थी। इसमें 65 रुपये की बढ़ोतरी हुई। वहीं, दिल्ली सर्राफा बाजार में गुरुवार को चांदी स्थिर रही और यह 93,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बनी रही।
चांदी के दामों में वृद्धि भी कुछ हद तक वैश्विक बाजार के ट्रेंड्स से प्रभावित थी, हालांकि घरेलू स्तर पर चांदी के भाव में उतनी तेज़ी नहीं दिखी, जितनी कि सोने की कीमतों में थी। इसके बावजूद, चांदी को निवेशक एक मजबूत और किफायती विकल्प के रूप में देख रहे हैं।
वैश्विक सोने की कीमतों में उछाल
वैश्विक बाजारों में भी शुक्रवार को सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिली। ब्लूमबर्ग के अनुसार, कॉमेक्स पर सोने का वैश्विक भाव 0.59 फीसदी या 15.90 डॉलर बढ़कर 2,715.20 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। वहीं, गोल्ड स्पॉट 0.66 फीसदी बढ़कर 2,687.33 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा था, जिसमें 17.61 डॉलर का इज़ाफा हुआ।
इस बढ़ोतरी के पीछे कई वैश्विक कारण हो सकते हैं, जिनमें प्रमुख रूप से अमेरिका और यूरोप के आर्थिक हालात, केंद्रीय बैंकों की नीतियां और डॉलर की स्थिति शामिल हैं। सोने की कीमतों में वैश्विक स्तर पर बदलाव से भारत जैसे प्रमुख उपभोक्ता देशों में भी इनकी कीमतें प्रभावित होती हैं, जिससे घरेलू बाजार में भी मूल्य वृद्धि देखने को मिलती है।
वैश्विक चांदी की कीमतों में भी तेजी
सोने के साथ-साथ चांदी की वैश्विक कीमतों में भी शुक्रवार सुबह उछाल देखने को मिला। कॉमेक्स पर चांदी 0.40 फीसदी या 0.13 डॉलर बढ़कर 31.51 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रही थी। इसके अलावा, चांदी स्पॉट भी 0.41 फीसदी बढ़कर 30.91 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई। यह बढ़ोतरी चांदी के निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत है, क्योंकि यह दर्शाता है कि कीमती धातु के बाजार में स्थिरता और विकास की उम्मीदें बढ़ रही हैं।
वैश्विक चांदी की कीमतों में यह वृद्धि तब आई है जब उद्योग और निवेशक दोनों ही इस धातु को एक सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में देख रहे हैं। चांदी की कीमतों में वृद्धि का असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा है, हालांकि यह सोने की तुलना में थोड़ा कम था।
क्या है इस वृद्धि का कारण?
सोने और चांदी की कीमतों में वृद्धि के पीछे कई आर्थिक और वैश्विक कारण हो सकते हैं। इनमें प्रमुख हैं:
- डॉलर की कमजोरी: जब डॉलर की कीमत कमजोर होती है, तो कीमती धातुओं के दामों में वृद्धि होती है। निवेशक डॉलर की अस्थिरता से बचने के लिए सोने और चांदी जैसे सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर रुख करते हैं।
- वैश्विक आर्थिक तनाव: अमेरिका, यूरोप और अन्य देशों में आर्थिक अनिश्चितताएं और महंगाई बढ़ने की संभावना भी सोने की कीमतों में उछाल का कारण बनती है। इससे निवेशक कीमती धातुओं में निवेश करना पसंद करते हैं।
- ब्याज दरें: केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में कोई बदलाव भी सोने की कीमतों को प्रभावित कर सकता है। अगर ब्याज दरों में कटौती होती है, तो सोने की मांग बढ़ सकती है क्योंकि इसका आय रिटर्न कम हो जाता है।
निवेशक कैसे करें सोने और चांदी में निवेश?
सोने और चांदी की बढ़ती कीमतों को देखते हुए निवेशकों के लिए यह समय अच्छा हो सकता है। आप सोने और चांदी दोनों में निवेश के लिए विभिन्न विकल्पों का चयन कर सकते हैं जैसे:
- सोने और चांदी की खरीदारी: आप सोने और चांदी के सिक्के या बिस्किट खरीद सकते हैं, हालांकि इसमें भंडारण और सुरक्षा की चिंता होती है।
- गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ: आप गोल्ड और सिल्वर एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETFs) के माध्यम से निवेश कर सकते हैं, जो अधिक लिक्विडिटी और सुरक्षा प्रदान करते हैं।
- कीमती धातु की डेरिवेटिव्स: आप सोने और चांदी के फ्यूचर्स और ऑप्शंस में भी निवेश कर सकते हैं, जो अधिक मुनाफे का मौका प्रदान कर सकते हैं।
सोने और चांदी की कीमतों में हाल की वृद्धि घरेलू और वैश्विक बाजारों में निवेशकों के लिए अच्छे संकेत हैं। यदि आप इन कीमती धातुओं में निवेश करने का सोच रहे हैं, तो यह समय उपयुक्त हो सकता है। वहीं, अगर आप इन धातुओं का उपयोग उपभोक्ता के रूप में करते हैं, तो बढ़ी हुई कीमतों को ध्यान में रखते हुए अपनी खरीदारी की योजना बनानी चाहिए।